
🔴 एक्सक्लूसिव रिपोर्ट | नकली किन्नर गैंग का खुलासा: मुज़फ्फरनगर बना धर्मांतरण और लिंग परिवर्तन का गढ़, दलित किशोरों को बनाया जा रहा शिकार!
▪️ पुलिस, समाज और सरकार के सामने बड़ा सवाल: क्या “किन्नर पहचान” की आड़ में चल रही है हिंदू युवाओं के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश?
▪️ रिपोर्ट: एलिक सिंह, संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले में सामने आया एक दिल दहला देने वाला मामला न सिर्फ धार्मिक असहिष्णुता, बल्कि मानव अधिकारों के खुले उल्लंघन की तरफ भी इशारा करता है। “गोली उर्फ अनिकेत”, एक दलित किशोर, ने खुलासा किया है कि उसे बहलाकर एक “नकली किन्नर गैंग” के चंगुल में फंसाया गया। पहले उसे नाच-गाने के झांसे में शामिल किया गया, फिर उसे बंधक बनाकर जबरन लिंग परिवर्तन कराया गया और इस्लाम कबूलने के लिए गौमांस तक खिलाया गया।
पीड़ित ने बताया कि नाज़िम, मुस्कान, सरताज, और नेहा उर्फ मोहसिन नामक लोगों ने मल्हूपुरा स्थित एक डेरे में उसे बंदी बनाकर ज़बरदस्ती यह सब करवाया। यह गैंग कथित रूप से हिंदू युवकों, विशेषकर दलितों और गरीब वर्ग से जुड़े किशोरों को टारगेट करता है। पहले इन्हें विश्वास में लिया जाता है, फिर धार्मिक और शारीरिक पहचान को नष्ट कर दिया जाता है। गोली ने दावा किया कि यह गिरोह किन्नर पहचान की आड़ में कट्टरपंथी मानसिकता के तहत चलता है और इसका नेटवर्क कई जिलों तक फैला है।
🔻 शिव सेना का प्रदर्शन – बढ़ा प्रशासन पर दबाव
बुधवार को इस मामले के प्रकाश में आने के बाद शिव सेना जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और गिरोह के सभी सदस्यों की गिरफ्तारी, NIA या SIT जांच की मांग उठाई। सिखेड़ा ने कहा:
“यह कोई सामान्य मामला नहीं है। यह हिंदू समाज के कमजोर युवकों को निशाना बनाकर उन्हें मानसिक, धार्मिक और शारीरिक रूप से खत्म करने की गहरी साजिश है। यह केरल स्टोरी से भी खतरनाक है।”
🛑 अब आया एक और पीड़ित दलित सामने: सिलसिला नहीं थमा है
गुरुवार को एक और दलित युवक ने सामने आकर यही आरोप लगाए कि उसे भी जबरन “किन्नर ट्रेनिंग” में शामिल किया गया और धार्मिक पहचान बदलने का दबाव बनाया गया। इससे यह साफ हो गया कि मामला एक बार की घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित श्रृंखला है जो पूरे समाज के लिए एक अलार्म है।
🧩 अब जांच एजेंसियों के लिए अग्निपरीक्षा
वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़ की इस रिपोर्ट और वायरल बयान के बाद अब सवाल उठ रहा है – क्या प्रशासन इतनी गंभीर और संवेदनशील साजिश पर खुलकर कार्रवाई करेगा? क्या इस गिरोह के पीछे कोई राजनीतिक या अंतरराष्ट्रीय फंडिंग भी है?
पुलिस की शुरुआती रिपोर्ट में बंधक बनाने, जबरन धर्म परिवर्तन, शारीरिक प्रताड़ना और अवैध लिंग चिकित्सा से जुड़े संगीन धाराओं में केस दर्ज होने की पुष्टि हुई है।
सरकार और केंद्रीय एजेंसियों पर अब निगाहें हैं कि क्या वे इस मामले को ‘जेंडर-अधिकार’ की आड़ में छुपाने देंगी या इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के गंभीर खतरे के तौर पर लेंगे?
📍 यह मामला सिर्फ लिंग या धर्म परिवर्तन का नहीं, यह भारत के भविष्य – उसके युवाओं और उसकी संस्कृति – पर सुनियोजित हमले की शुरुआत है।
देश को अब फैसला करना है कि वह चुप रहेगा या जागकर इन साजिशों को बेनकाब करेगा।
✍️ रिपोर्ट: एलिक सिंह
संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उत्तर प्रदेश महामंत्री – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
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